इन्द्रधनुष करते हैं आश्वस्त
कि रंग कभी भी विलुप्त नहीं होंगे.
प्रकृति के अक्षय भण्डार में
रहेंगें वे सदैव संरक्षित.
और समय -समय पर
प्रकट होते रहेंगे दिव्य आभा के साथ
क्षितिज के चित्र - फलक पर
सप्तवर्णी इन्द्रधनुओं के रूप में ,
जब भी सूरज ओर वर्षा मिलकर
खेल -खेल में बना देंगे
एक सुन्दर किन्तु अस्थायी सेतु
धरती और आकाश के बीच.
इंगित करते रहेंगे यह भी
कि प्रकाश की हर एक किरण
संजोये रखती है अपने अंतस में
सप्ताधिक रंगों का विपुल संसार,
और रचती रहती है ऐसे अलौकिक दृश्य
जो अपनी क्षणिक उपस्थिति से भी
विस्मय -मिश्रित आनंद भर देते हैं
वातावरण के कण - कण में.
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