1. माता भूमि : पुत्रो अहं पृथिव्या :
2. आज की चिंता
3. आतंकवाद
4. दुनिया को नहीं चाहिए...
5. हिरोशिमा की चेतावनी
6. युद्ध के बाद
क्षितिज तक लहरा रहा चिर -सजग सागर संजोये अपनी अतल गहराइयों में सीप, मुक्ता,हीरकों के कोष अगणित दौड़ती आतीं निरंतर बलवती उद्दाम लहरें...
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