शनिवार, 10 फ़रवरी 2024

श्रद्धा - सुमन (4)



      1 .    प्रार्थना

       2.  दृष्ट से अदृष्ट की ओर

      3 .   ईश्वर ने नहीं किया यह वादा...

       4 .    राम  , तुम्हें प्रणाम

       5.    अवध की दीपावली

        6.    संत वैज्ञानिक

        7.   चिर - स्मरणीया माँ

        8.     आभार 

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तीर पर कैसे रुकूँ मैं

 क्षितिज तक लहरा रहा चिर -सजग सागर    संजोये अपनी अतल गहराइयों में    सीप, मुक्ता,हीरकों  के कोष अगणित  दौड़ती आतीं निरंतर बलवती उद्दाम लहरें...