उसका भी अधिकार है
जन्म लेने का
आने दो सुरक्षित
उसे संसार में.
माँ की गोद में आकर
अधिकार है उसे विकसित होने का
मत काटो निर्दयता से
उसके जीवन की डोर को.
निरन्तर आगे बढ़ते जाना
उसकी भी प्रकृति है,
जाने दो निर्बाध उसे
अपने चुने हुए पथ पर
अवरोधक मत बनो
उसकी प्रगति यात्रा में
हो सके तो सहायक बन कर
सँवारो उसका जीवन.
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