आभार उन सबका जो मिले जीवन पथ पर
और किया मुझे उपकृत अपने -अपने ढंग से.
श्रद्धावनत हूँ सर्वप्रथम माता - पिता के प्रति
पाया जिनसे अनमोल उपहार जीवन का.
कृतज्ञ हूँ परिवार के सब वरिष्ठ जनों की
मिला सदा जिनसे भरपूर स्नेह और सम्बल
ऋणी हूँ सदैव गुरुजनों, शिक्षकों की
मिला जिनसे आशीष और अमूल्य विद्या -धन
आभार है मित्रों, परिचितों, स्वजनों का
बढ़ाते रहे जो मनोबल निरंतर
चिर -आभार माता जैसी प्रकृति का
पालन करती जो समस्त प्राणी जगत का
परम पिता परमेश्वर को बस विनम्र नमन
क्योंकि शब्द नहीं हैं कृतज्ञता ज्ञापन में सक्षम
उस सब के लिये जो पाया जन्म लेकर
विविधता से भरी इस अद्भुत यात्रा में.
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